क्यों बदल रहे हैं योगी के तेवर? मंदिरों पर भी सख़्ती!
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लेते हुए मंदिरों सहित सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का आदेश दिया है। यह फैसला उन्होंने आने वाले त्योहारों जैसे होली, शब-ए-बारात, रमजान, नवरोज़, चैत्र नवरात्र और राम नवमी को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने के लिए लिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई इस आदेश का पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह फैसला लेने के पीछे योगी की क्या सोच है? क्या यह उनके तेवर बदलने का संकेत है? आइए, इस पर विस्तार से बात करते हैं।
त्योहारों को लेकर योगी की चिंता
योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में उन्होंने आने वाले त्योहारों को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने के लिए कई निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पिछले 8 सालों में उत्तर प्रदेश में सभी धर्मों के त्योहार शांति और सौहार्द के साथ मनाए गए हैं और इस परंपरा को आगे भी बनाए रखना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि त्योहारों के दौरान कानून व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए।
योगी ने यह भी कहा कि 14 मार्च को होली और शुक्रवार दोनों पड़ रहे हैं, इसलिए इस दिन विशेष सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि त्योहारों के दौरान किसी भी प्रकार की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही, उन्होंने संदिग्ध लोगों पर नजर रखने और धार्मिक स्थलों के बाहर भीख मांगने वालों को रोजगार देने के निर्देश भी दिए।
लाउडस्पीकर पर सख़्ती क्यों?
योगी आदित्यनाथ ने लाउडस्पीकर को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर का इस्तेमाल सिर्फ परिसर के अंदर तक ही सीमित होना चाहिए। अगर कहीं भी लाउडस्पीकर की आवाज परिसर से बाहर आती है, तो उसे तुरंत हटाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर कोई इस नियम का पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
योगी का यह फैसला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले कुछ समय से धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर कई शिकायतें मिल रही थीं। कई बार लाउडस्पीकर की तेज आवाज से आसपास के लोगों को परेशानी होती है और यह सामाजिक तनाव का कारण भी बन सकता है। योगी ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए यह कदम उठाया है।
क्या बदल रहे हैं योगी के तेवर?
योगी आदित्यनाथ को हिंदुत्व का सिपाही माना जाता है। उनकी छवि एक सख़्त और निर्णय लेने वाले नेता की है। लेकिन, लाउडस्पीकर को लेकर उनका यह फैसला कुछ लोगों को हैरान कर सकता है। क्या यह उनके तेवर बदलने का संकेत है? असल में, योगी का यह फैसला किसी एक धर्म को टारगेट करके नहीं है, बल्कि यह सभी धर्मों के लिए समान रूप से लागू होगा। उनका मकसद सिर्फ यह सुनिश्चित करना है कि त्योहारों के दौरान शांति और सौहार्द बना रहे।
महाकुंभ और त्योहारों की तैयारी
योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के आखिरी स्नान पर्व महाशिवरात्रि को लेकर भी कई निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे, इसलिए ट्रैफिक और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि श्रद्धालुओं को संगम स्नान के लिए कम से कम पैदल चलना पड़े और उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए।
योगी आदित्यनाथ का लाउडस्पीकर को लेकर यह फैसला उनकी सख़्त छवि को और मजबूत करता है। उनका मकसद सिर्फ यह सुनिश्चित करना है कि त्योहारों के दौरान शांति और सौहार्द बना रहे। यह फैसला किसी एक धर्म को टारगेट करके नहीं है, बल्कि यह सभी धर्मों के लिए समान रूप से लागू होगा। योगी चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में किसी भी प्रकार का उपद्रव न हो और लोग शांति से त्योहार मना सकें।