पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति किसी से छिपी नहीं है. कंगाल पाकिस्तान कर्ज पर जी रहा है. ऐसे हालात के बावजूद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने मुल्क को युद्ध की दहलीज पर पहुंचा दिया. अगर भारत के साथ युद्धविराम नहीं होता, तो पाकिस्तान गंभीर संकट में पड़ जाता. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वो जंग का सामना करना सके. युद्ध में पानी के तरह पैसा बहता है और पाकिस्तान के पास पेट भरने के लिए भी पर्याप्त पैसे नहीं हैं.
घबरा गया गया पाक
एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर पाकिस्तान आतंकियों के सफाये में भारत की मदद करता, तो उसे भारत के क्रोध का सामना नहीं करना पड़ता. लेकिन पाक प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख सच्चाई स्वीकारने से बचते रहे और पहले से ही कंगाल मुल्क को बड़ी मुश्किल में धकेल दिया. कुछ रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान भारत की कार्रवाई से बुरी तरह घबरा गया था. उसने खुद अमेरिका से बीचबचाव की गुहार लगाई. पाकिस्तानी हुकूमत ने अमेरिका से कहा कि वह युद्धविराम के लिए भारत को राजी करे.
शाहबाज शरीफ की नेटवर्थ
चलिए जानते हैं कि कंगाल पाकिस्तान को युद्ध की दहलीज पर पहुंचाने वाले उसके प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख के पास कितनी दौलत है. शहबाज शरीफ पाकिस्तान के 24वें प्रधानमंत्री हैं. वह अक्सर अपनी राजनीतिक गतिविधियों और बेशुमार दौलत को लेकर चर्चा में रहते हैं. पाकिस्तानी चुनाव आयोग के पास मौजूद जानकारी के अनुसार, PM शहबाज शरीफ की कुल संपत्ति करीब 26.12 करोड़ रुपये है. पाक प्रधानमंत्री के पास विदेशों में भी प्रॉपर्टी है. लंदन में उनकी दो प्रॉपर्टी हैं, जिसकी कीमत 15.3 करोड़ रुपये है. इसके अलावा, पाकिस्तान में उनके पास 10.82 करोड़ रुपये की संपत्ति है. हालांकि, उन पर 13.02 करोड़ रुपये की देनदारी भी है.
बिजनेसमैन प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री के रूप में शरीफ की वार्षिक सरकारी आय लगभग 24.18 लाख रुपये है. शहबाज शरीफ परिवार शरीफ ग्रुप ऑफ कंपनीज नाम से कारोबारी दुनिया में भी सक्रिय है. खासकर, स्टील और चीनी जैसे उद्योगों में उसकी अच्छी पकड़ है. शरीफ परिवार ने कुल 13 नई कंपनियों में 277 करोड़ रुपये का निवेश किया हुआ है. इसके अलावा, संपत्तियों के किराये, बैंक होल्डिंग्स और निवेश से भी उन्हें अच्छी-खासी कमाई हो जाती है. शहबाज शरीफ के पास 83 एकड़ कृषि भूमि है और रियल एस्टेट में उन्होंने निवेश कर रखा है. वह पाकिस्तान के सबसे अमीर नेताओं में शुमार हैं.
सेना प्रमुख की दौलत
वहीं, सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के पास भी दौलत की कोई कमी नहीं है. एक अनुमान के मुताबिक, मुनीर की कुल संपत्ति लगभग 6.7 करोड़ रुपये है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी सेना देश में 100 से ज्यादा बिजनेस चलाती है, जिससे आर्मी चीफ और अन्य अधिकारियों को बड़े पैमाने पर इनकम होती है. खासकर, रियल एस्टेट बाजार पर सेना का नियंत्रण है. इसके अलावा, सीमेंट, बैंकिंग से लेकर डेयरी और ट्रांसपोर्ट तक पाकिस्तानी सेना कई क्षेत्रों में शामिल है. कराची, लाहौर और इस्लामाबाद जैसे प्रमुख शहरों में राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर हासिल की गई जमीन को उसने लाभदायक हाउसिंग प्रोजेक्ट में बदल दिया है.
कारोबारी पाक सेना
बताया जाता है कि पाकिस्तानी सेना के व्यवसायों की कुल कीमत 40 से 100 अरब यूएस डॉलर के बीच हो सकती है. मशहूर पाकिस्तानी लेखिका आयशा सिद्दीका ने अपनी किताब ‘मिलिट्री इंक: इनसाइड पाकिस्तान’ मिलिट्री इकोनॉमी’ में सेना की व्यावसायिक गतिविधियों को लेकर कई खुलासे किए हैं. सेना कई बड़े संगठन चलाती है, जिसमें फौजी फाउंडेशन, आर्मी वेलफेयर ट्रस्ट, शाहीन फाउंडेशन और बहरिया फाउंडेशन आदि प्रमुख हैं. इन्हें कल्याणकारी संस्थान कहा जाता है, लेकिन, ये बिजनेस कॉरपोरेशन की तरह ज्यादा काम करते हैं.