
Delhi Desk: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) ने अपनी सरकार के 100 दिन पूरे कर लिए हैं और इस खास मौके पर वो हरिद्वार (Haridwar) पहुंचीं, जहां मां गंगा के चरणों में आशीर्वाद लिया। ये सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं थी, बल्कि दिल्ली के विकास और देश के लिए उनकी नई ऊर्जा और नए संकल्प का प्रतीक भी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अपने पति और बेटे के साथ गंगा स्नान करते हुए दिखाई दीं और फिर उन्होंने गंगा आरती में शामिल होकर मां गंगा से प्रार्थना की कि दिल्ली और देश दोनों तरक्की की राह पर आगे बढ़ें। हरिद्वार की इस पवित्र यात्रा ने उनके लिए इन 100 दिनों की मेहनत और उपलब्धियों को एक नई दिशा दी।
हरिद्वार में सीएम रेखा गुप्ता ने की मां गंगा की आरती
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के बाद हरिद्वार (Haridwar) का रुख किया, जहां हर की पौड़ी पर मां गंगा के पावन घाट पर पहुंचते ही गंगा सभा ने उनका भव्य स्वागत किया। कैमरे में कैद हुईं तस्वीरें में साफ देखा जा सकता है कि मुख्यमंत्री अपने पति और बेटे के साथ मां गंगा की धारा में पवित्र डुबकी लगाती नजर आईं, तो एक पारिवारिक और आध्यात्मिक एकता का सुंदर दृश्य सबके सामने आया। इस बीच रेखा गुप्ता उत्तराखंड के चीफ मिनिस्टर पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) से भी मिली।
हरिद्वार से केदारनाथ धाम
इसके बाद मुख्यमंत्री ऋषिकेश (Rishikesh) पहुंचीं, जहां संध्या आरती के दौरान स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज के सान्निध्य में दीपक की लौ के साथ उनकी आंखों में उम्मीद की चमक साफ दिखाई दी। यहां मंत्रोच्चारण और नदी की लहरों का संगम एक अद्भुत ऊर्जा का संचार करता दिखा। फिर केदारनाथ के दर्शन और बाबा केदारनाथ (Kedarnath) के पवित्र चरणों में शीश नवाते हुए मुख्यमंत्री ने दिल्ली के विकास और जनसेवा का नया संकल्प लिया। उसके बाद बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) से भी आशीर्वाद लिया, बाबा केदारनाथ और बद्रीनाथ की भव्यता और दिव्यता ने उनके मन में नए संकल्पों को और मजबूत कर दिया। उन्होंने बाबा से प्रार्थना की कि उन्हें इतनी शक्ति और संकल्पशक्ति मिले कि विकसित भारत, विकसित दिल्ली का सपना साकार हो सके।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की इस धार्मिक यात्रा का मकसद
मुख्यमंत्री ने अपनी इस यात्रा के दौरान साफ कहा कि ये 100 दिन सिर्फ शुरुआत हैं और मां गंगा का आशीर्वाद और बाबा केदारनाथ की कृपा उनके हर कदम का मार्गदर्शन करेंगी। मुख्यमंत्री ने इस दौरान बताया कि मां गंगा से उनका बचपन से ही गहरा लगाव रहा है और मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार हरिद्वार आकर मां गंगा की शरण में डुबकी लगाने का सौभाग्य उन्हें मिला।