Home Spirituality Motivational Story: अच्छे काम करने वाले का साथ भगवान हमेशा देते हैं।

Motivational Story: अच्छे काम करने वाले का साथ भगवान हमेशा देते हैं।

ऐसे लोगों की मदद करने भगवान खुद आते हैं: - https://www.youtube.com/watch?v=v_PznkJgphk

By ION Bharat Desk
freepik a kindhearted student riding a motorcycle helping 86350

आज हम आपके लिए लेकर आए हैं एक ऐसी कहानी जो आपको सिखाएगी कि अच्छाई का दामन और भलाई की नियत कभी नहीं छोड़नी चाहिए, क्योंकि आपकी नेकदिली हमेशा आपकी मदद करती है।

कहानी शुरू होती है एक गांव से, जहां सिद्धार्थ नाम का एक ग़रीब लड़का रहता था। वह बहुत दिनों से नौकरी के लिए कठिन परिश्रम कर रहा था और आखिरकार वो दिन आ गया जब उसकी नौकरी लग गई। सिद्धार्थ की नौकरी जिस स्कूल में लगी, वो स्कूल उसके घर से बहुत दूर था। पैसे नहीं होने की वजह से वो रोज पैदल स्कूल जाता था। वो सोचता था कि- अगर उसके पास पैसे होते तो वो एक मोटर साइकिल खरीद लेता, तो उसे स्कूल आने-जाने में परेशानी नहीं होती। इसी विचार से नौकरी करते हुए वो एक-एक पैसे बचाने लगा।

Inspirational Story: – https://www.youtube.com/watch?v=v_PznkJgphk

काफी दिनों बाद जब सिद्धार्थ के पास पैसे जमा हो गए तो उसने एक पुरानी मोटर साइकिल खरीदी और उसी मोटर साइकिल से वो स्कूल जाने लगा। स्कूल आने-जाने के दौरान सिद्धार्थ किसी न किसी पैदल चलते राहगीर को अपनी मोटर साइकिल पर बिठा लेता। सिद्धार्थ ने ये नियम बना लिया था, वो रोज किसी पैदल चलते मुसाफिर को अपनी बाइक पर बिठाता और उसे उसके गंतव्य तक छोड़ देता। सिद्धार्थ की ये आदत उसकी ज़िंदगी का हिस्सा बन गया और वो किसी न किसी पैदल चल रहे राहगीर की मदद जरुर करता।

ऐसा करते-करते काफी दिन बीत गए। इसी दौरान एक दिन सिद्धार्थ जब स्कूल से लौट रहा था। तभी उसे रास्ते में एक शख्स अकेला पैदल चलता नज़र आया और रोज की तरह उसने उस शख्स को अपनी मोटरसाइकिल पर बिठा लिया। कुछ दूर चलने के बाद जब सुनसान इलाका आया, तब पीछे बैठे शख्स ने पीछे से सिद्धार्थ की पीठ पर चाकू लगा दिया और मोटर साइकिल को साइड में रोकने के लिए कहा। उस शख्स के कहने के मुताबिक सिद्धार्थ ने मोटर साइकिल सड़क के किनारे रोक दी। इसके बाद उस शख्स ने सिद्धार्थ से कहा कि- वो मोटर साइकिल को यहीं छोड़कर चला जाए।

सनातन धर्म का चमत्कार!: – https://www.youtube.com/watch?v=v_PznkJgphk

शख्स के हाथ में बड़ा सा चाकू देखकर डरे-सहमे सिद्धार्थ ने वही किया। वो अपनी मोटर साइकिल को किनारे लगाकर वहां से पैदल गांव की तरफ चल निकला। इस दौरान सिद्धार्थ बहुत उदास था। वो पैदल चलते हुए सोच रहा था कि- उसने जब से मोटर साइकिल खरीदी थी, किसी न किसी की मदद करता आ रहा था और इसी मदद की आदत ने उसकी मोटर साइकिल छीन ली। उदास और भारी मन से सिद्धार्थ अपने घर पहुंचा और खाना-पीना खाकर सो गया।

अगली सुबह जब वो उठा और घर से बाहर निकला, तो उसने देखा कि- उसके दरवाजे के बाहर उसकी मोटर साइकिल खड़ी है। साथ में उस मोटर साइकिल की सीट पर एक चिट्ठी पत्थर से दबाकर रखी थी। सिद्धार्थ वो चिट्ठी पढ़ने लगा। चिट्ठी में लिखा था, मास्टर साहब मेरी वजह से आपको जो तकलीफ हुई, उसके लिए माफी चाहता हूं। मैं आपकी मोटर साइकिल लेकर जहां भी गया, हर जगह लोगों ने मुझसे पूछा मास्टर साहब की मोटर साइकिल लेकर कहां जा रहे हो। मास्टर साहब ने इस मोटर साइकिल पर कई बार मुझे लिफ्ट दिया है। इस तरह से सभी लोगों को पता चल गया कि- मैंने आपकी मोटर साइकिल चुराई है। मैं आपको आपकी मोटर साइकिल लौटा रहा हूं, हो सके तो मुझे माफ़ कर दीजिएगा।

इस चिट्ठी को पढ़ने के बाद सिद्धार्थ बहुत खुश हुआ और उसने भगवान का शुक्रिया अदा किया और उसे विश्वास हो गया कि- अच्छे काम का हमेशा अच्छा नतीजा होता है। तो इस छोटी सी कहानी से हमें ये सीख मिलती है कि- जितना संभव हो सके, हमेशा लोगों की मदद करते रहना चाहिए और भगवान ऐसे नेक दिल इंसान की हमेशा मदद करता है।

More Motivational Stories: – https://www.youtube.com/watch?v=v_PznkJgphk

You may also like

Copyright ©️ | Atharvi Multimedia Productions Pvt. Ltd. All Rights Reserved