पाकिस्तान को अब बड़ा आर्थिक ज़ख्म देगा भारत, जानें क्या है पूरा प्लान

भारत रणनीतिक तौर पर पाकिस्तान की कमर तोड़ने के बाद अब उसे बड़ा आर्थिक जख्म देने की तैयारी में है. भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को जारी आर्थिक मदद को रोकने के लिए अभियान शुरू करने जा रहा है और आज उसकी तरफ से पहला कदम बढ़ाया जा सकता है. यदि भारत अपने इस अभियान में सफल होता है, तो पहले से ही आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा पाकिस्तान गंभीर संकट में पड़ जाएगा.

आज है बड़ा दिन
भारत अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा पाकिस्तान को दिए जाने वाले 2 अरब डॉलर के सहायता पैकेज का विरोध करेगा. सीएनबीसी टीवी 18 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत IMF की आज यानी 9 मई को होने वाली कार्यकारी बोर्ड बैठक में इसके खिलाफ वोट डाल सकता है. यदि ऐसा होता है तो यह पाकिस्तान के लिए बड़े सदमे की तरह होगा, जिससे बाहर निकलना उसके लिए मुश्किल है.

भारत का तर्क
ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान को लगातार सबक सिखा रहे भारत की दलील है कि पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम को लेकर गंभीर नहीं है, लिहाजा IMF जैसे वैश्विक संस्थान को उसे आर्थिक मदद नहीं देनी चाहिए. IMF के कार्यकारी बोर्ड में कई बड़े देशों का प्रतिनिधित्व है और भारत भी इसका एक प्रमुख सदस्य है. अगर दूसरे देश भी भारत का समर्थन करते हैं, तो पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद अटक सकती है. इस पूरे मामले में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य देशों की भूमिका अहम होगी.

क्या है उम्मीद?
दुनिया के 190 देश IMF के सदस्य हैं और हर सदस्य की अपनी वोटिंग पावर होती है. किसी भी फैसले पर पहुंचने के लिए साधारण बहुमत (50%) या विशेष बहुमत (85%) की जरूरत होती है. ऐसे में भारत को अन्य देशों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी. अब तक अमेरिका और दूसरे प्रमुख देशों ने भारत के रुख का समर्थन किया है. लिहाजा यह उम्मीद ज्यादा है कि पाक के खिलाफ IMF में वे भारत का साथ देंगे.

मुश्किल में पड़ेगा पाक
यदि भारत अन्य देशों का समर्थन हासिल करने में कामयाब होता है और पाकिस्तान को आर्थिक मदद रुक जाती है, तो पड़ोसी मुल्क गंभीर संकट में फंस जाएगा. पाकिस्तान पहले से ही कर्ज और महंगाई से जूझ रहा है. IMF से पैसा न मिलने की सूरत में उसका विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) घट सकता है. पाकिस्तान के लिए इम्पोर्ट बिल चुकाना मुश्किल हो जाएगा, पाकिस्तानी रुपया गिरेगा और महंगाई रॉकेट की स्पीड से दौड़ेगी. IMF को ध्यान में रखते हुए दूसरे देश भी उसे आर्थिक सहायता से इंकार कर सकते हैं.

चीन भी खींचेगा हाथ!
दरअसल, जब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) किसी देश को आर्थिक सहायता देता है, तो यह माना जाता है कि उस देश की आर्थिक नीतियां सही दिशा में हैं. इसके चलते दूसरे संस्थान और देश भी उस पर भरोसा कर सकते हैं. लेकिन IMF के हाथ खींचने से पाकिस्तान के लिए हालात बिगड़ सकते हैं. वर्ल्ड बैंक, एशियाई विकास बैंक, अरब देश या फिर चीन जैसे स्रोतों से कर्ज लेना उसके लिए मुश्किल हो सकता है. अगर कर्ज मिलता भी है, तो उसे कड़ी शर्तों का सामना करना पड़ सकता है. कुल मिलाकर भारत के इस अभियान से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चरमरा सकती है और देश में गंभीर अस्थिरता उत्पन्न हो सकती है.

अब तक क्या हुआ?
बता दें कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. इसके तहत पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया. 8 मई को भी भारत ने पाकिस्तान के कई ठिकानों को निशाना बनाया. पाकिस्तान ने भी जवाबी हमला बोला, लेकिन भारतीय डिफेंस को भेदने में नाकाम रहा. फिलहाल दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है.

Related posts

तनाव के बीच डिफेंस कंपनियों को दिल्ली का बुलावा, बड़े युद्ध की तैयारी शुरू?

भारत की ‘योग वॉरियर’ बनीं स्मिता कुमारी, दो बार बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाक ने दिखाई थी हरकत, हमारे S-400 ने ऐसे निकाल दी हेकड़ी