भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी अपने चरम पर है. इस बीच दिल्ली में हलचल बढ़ गई है. सरकार ने देश की टॉप डिफेंस कंपनियों के अधिकारियों को दिल्ली बुलाया है. इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि बड़े युद्ध की तैयारी शुरू हो गई है. सरकार ने हथियार, मिसाइल और रडार बनाने वाली कंपनियों को बुलावा भेजा है. इस खबर से आज के गिरावट वाले बाजार में भी अधिकांश डिफेंस स्टॉक्स उछाल हासिल करने में कामयाब रहे.
कल्याणी ने की पुष्टि
भारत फोर्ज लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर बाबासाहेब नीलकंठ कल्याणी ने इस बात की पुष्टि की है कि उनकी कंपनी को सरकार की ओर से दिल्ली बुलाया गया है. उन्होंने एक बिजनेस चैनल से बातचीत में कहा कि हमें अगले हफ्ते दिल्ली बुलाया गया है, हमारी टीम वहां जा रही है. इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं बता सकता. इस बयान से भारत फोर्ज के शेयर में 4.72% का उछाल आया है और यह 1,166 रुपये के भाव पर पहुंच गया है. भारत डायनामिक्स लिमिटेड के शेयर में 5% से अधिक की तेजी आई है. यह 1,538 रुपये पर बंद हुआ है.
डिफेंस स्टॉक्स दौड़े
इसी तरह, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड का शेयर करीब 3% चढ़कर 316.15 रुपये पर बंद हुआ. हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी HAL करीब 2% चढ़कर 4,501 रुपये पर पहुंच गया है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि मौजूदा माहौल का फायदा डिफेंस कंपनियों को सबसे ज्यादा मिलेगा. तनाव बढ़ने पर उन्हें नए ऑर्डर मिल सकते हैं, जिससे उनकी बैलेंसशीट मजबूत होगी. बता दें कि भारत फोर्ज, कल्याणी ग्रुप का हिस्सा है. कंपनी आर्टिलरी सिस्टम्स, प्रोटेक्टेड व्हीकल्स, आर्मर्ड व्हीकल्स के अपग्रेड, गोला-बारूद, मिसाइल सिस्टम, एयर डिफेंस सॉल्यूशंस और डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे अत्याधुनिक सैन्य उपकरण बनाती है।
क्या बनाती हैं कंपनियां?
भारत डायनामिक्स लिमिटेड गाइडेड मिसाइल्स, अंडरवाटर वेपंस और भारतीय सेनाओं के लिए एलाइड डिफेंस इक्विपमेंट बनाती है, जिसमें आकाश मिसाइल प्रमुख है. हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड एलसीए तेजस और सुखोई Su-30MKI जैसे लड़ाकू विमान बनाती है, जो भारतीय वायुसेना की रीढ़ हैं. वहीं, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड लैंड-बेस्ड रडार, नेवल सिस्टम्स और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम्स जैसे हाई-टेक डिफेंस उपकरणों का निर्माण करती है. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, सिर्फ दो हफ्तों में डिफेंस स्टॉक्स का कुल मार्केट कैप 5 अरब डॉलर तक बढ़ गया है. इसका मतलब है कि निवेशक भी मान रहे हैं कि सरकार डिफेंस क्षेत्र में बड़े फैसले लेने जा रही है.
अब तक क्या हुआ?
जानकारों का मानना है कि सरकार द्वारा डिफेंस कंपनियों को दिल्ली बुलाना इस बात का संकेत है कि केंद्र नई योजनाओं को लेकर गंभीर है. वे इसे पाकिस्तान के खिलाफ और बड़ी कार्रवाई की तैयारी के रूप में भी देख रहे हैं. गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने 7 मई की रात को पाकिस्तान के कई ठिकानों को निशाना बनाया था. इसके बाद 8 मई को भी सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की थी. फिलहाल दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है.