नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में दिल्ली के विकास के लिए एक महत्वाकांक्षी और व्यापक रोडमैप पेश किया है। इस योजना का उद्देश्य दिल्ली को 2047 तक विश्व के श्रेष्ठतम और स्मार्ट शहरों में शामिल करना है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली को स्वच्छ, समावेशी और सशक्त बनाने के लिए यमुना नदी की सफाई, आधारभूत ढांचे का विकास, और हर घर नल से जल आपूर्ति जैसी प्रमुख योजनाओं पर जोर दिया।
दिल्ली विकास योजना 2047: चार एस पर आधारित रणनीति
मुख्यमंत्री ने दिल्ली के विकास के लिए चार एस – स्कोप, स्केल, स्पीड और स्किल – के सिद्धांतों पर आधारित एक रणनीति बनाई है। इस रणनीति के तहत राजधानी में स्मार्ट मॉनिटरिंग, उत्कृष्ट आधारभूत संरचना, और बेहतर कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दी गई है। यह रोडमैप दिल्ली को भविष्य की राजधानी के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
विपक्ष के जल संकट के आरोपों का भाजपा ने किया सख्त खंडन
इसी दौरान, आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दिल्ली में जल संकट की स्थिति को लेकर विवादित आरोप लगाए, जिसमें महिलाओं और बच्चों के जल के लिए परेशान होने का दावा किया गया। भाजपा ने इस आरोप को पूरी तरह गलत बताते हुए इसे राजनीतिक खेल करार दिया। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “दिल्ली में कोई बड़ा जल संकट नहीं है। सरकार ने ग्रीष्मकालीन जल आपूर्ति योजना के तहत जल संकट की संभावना को पूरी तरह नियंत्रित किया है।”
दिल्ली में विकास की राजनीति पर भाजपा का जवाब
भाजपा ने साफ किया है कि दिल्ली विकास की राह पर है और इसे झूठे आरोपों और अफवाहों से कोई रोक नहीं सकता। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली में उत्कृष्ट आधारभूत ढांचे और स्मार्ट शहर योजनाओं का सफल क्रियान्वयन जारी है। जबकि विपक्ष केवल झूठी अफवाहें फैलाकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का विजन: दिल्ली को स्मार्ट और स्वच्छ राजधानी बनाना
रेखा गुप्ता ने दोहराया कि दिल्ली सरकार का फोकस स्वच्छता, जल आपूर्ति, आधारभूत संरचना और समावेशी विकास पर है। उनका विजन है कि दिल्ली 2047 तक भारत की सबसे सशक्त और स्मार्ट राजधानी बनेगी। दिल्ली की जनता अब जागरूक है और झूठे आरोपों से प्रभावित नहीं होगी।