Home National News जिस तुर्की के बायकॉट की जोर पकड़ रही मांग, उससे कैसे हैं हमारे रिश्ते?

जिस तुर्की के बायकॉट की जोर पकड़ रही मांग, उससे कैसे हैं हमारे रिश्ते?

by ION Bharat

भारत और पाकिस्तान के बीच अब युद्ध विराम हो गया है. करीब तीन दिनों तक भारत ने पाकिस्तान के कई ठिकानों को निशाना बनाया. इस दौरान, पाकिस्तान ने भी हमले की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा. पाकिस्तान ने भारत को निशाना बनाने के लिए चीनी मिसाइल और तुर्की के ड्रोन का इस्तेमाल किया. हालांकि, भारत की ताकत के आगे सब फेल हो गए. अब देश में तुर्की के बायकॉट की मांग जोर पकड़ रही है. सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey ट्रेंड कर रहा है.

सामने आ रहा गुस्सा
भारत मुश्किल समय में सबकी मदद के लिए तैयार रहता है. फिर चाहे वो पाकिस्तान हो या तुर्की. लेकिन तुर्की ने पाकिस्तान का साथ देकर यह दर्शा दिया है कि वह किसके करीब है. ऐसे में भारतीयों का तुर्की के प्रति गुस्सा लाजमी है. यह गुस्सा केवल सोशल मीडिया तक ही सीमित नहीं है. Ixigo, Cox Kings और EaseMyTrip जैसे ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म ने तुर्की के लिए फ्लाइट और होटल बुकिंग पर रोक लगा दी है. इसके अलावा, व्यापारियों ने भी तुर्की से आने वाले समान के बहिष्कार की बात कही है. तुर्की से आने वाले सेबों का बहिष्कार शुरू हो गया है. 

ऐसे हैं व्यापारिक रिश्ते
भारत और तुर्की के रिश्ते खास अच्छे नहीं हैं. मुस्लिम देश तुर्की के पाकिस्तान से संबंध अच्छे हैं और वो कई देशों की परेशानी की वजह भी बनता रहा है. भारत-तुर्की के बीच राजनीतिक रिश्ते भले खास अच्छे न हों, लेकिन दोनों के बीच अच्छा-खासा व्यापार होता है. वित्त वर्ष 2023-24 में तुर्की के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार करीब 10.43 बिलियन डॉलर था. इसमें भारत की हिस्सेदारी ज्यादा है. भारत का का निर्यात 6.65 अरब डॉलर रहा जबकि आयात 3.78 अरब डॉलर था.

ऐसा है आयात-निर्यात
भारत तुर्की को इंजीनियरिंग उत्पाद, पेट्रोलियम उत्पाद, इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद, जैविक एवं अकार्बनिक रसायन, मैन मेड यार्न और दवाएं एवं फार्मास्युटिकल्स भेजता है. वहीं, तुर्की से भारत सेब, खनिज तेल एवं ईंधन, मशीनें, बॉयलर और उनके पार्ट्स, नमक, पत्थर, प्लास्टर सामग्री, कीमती पत्थर और धातुएं, अकार्बनिक रसायन, फल एवं मेवे, खाद्य उत्पाद, वस्त्र और परिधान आदि खरीदता है. पिछले वित्त वर्ष में भारत ने तुर्की के सेब का 50% अतिरिक्त आयात किया था. अगर बायकॉट तुर्की जोर पकड़ता है, तो इस मुस्लिम देश को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है.

मदद भूल गया तुर्की
फरवरी 2023 में जब तुर्की में विनाशकारी भूकंप आया था, तो उसकी मदद करने वालों में भारत भी शामिल था. भारत की रेस्क्यू टीमों ने तुर्की में भूकंप प्रभावितों की मदद की थी. लेकिन तुर्की ने एक ही झटके में सबकुछ भुला दिया है. भारत के खिलाफ पाकिस्तान का समर्थन करके उसने यही दर्शाया है. पाकिस्तान ने जिस ड्रोन से भारत को निशाना बनाने की कोशिश की थी, वो तुर्की निर्मित था. यह बात सामने आने के बाद से देश में पाकिस्तान के साथ-साथ तुर्की को लेकर भी गुस्सा है.

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