दिल्ली की राजनीति में एक नया विवाद शुरू हो गया है। इस बार विवाद दिल्ली सरकार के आधिकारिक X (पहले ट्विटर) हैंडल @CMODelhi को लेकर है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस हैंडल का नाम बदलकर “Arvind Kejriwal At Work” कर दिया था, जिसे बीजेपी ने सरकारी संपत्ति की चोरी बताया। अब यह हैंडल दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय के पास वापस आ गया है, लेकिन इस मामले ने राजनीतिक बहस को गर्म कर दिया है।
मामला क्या है?
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले, AAP ने @CMODelhi हैंडल का नाम बदलकर “Arvind Kejriwal At Work” कर दिया। यह हैंडल पहले दिल्ली सरकार की योजनाओं और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कामों के बारे में जानकारी देने के लिए इस्तेमाल होता था।
बीजेपी ने कहा कि यह सरकारी संपत्ति की चोरी है और AAP ने सरकारी संसाधनों को निजी प्रचार के लिए इस्तेमाल किया। इसके बाद, X प्लेटफॉर्म ने इस अकाउंट को अस्थायी रूप से ब्लॉक कर दिया और इसकी जांच की।
बीजेपी का आरोप: सरकारी संपत्ति का गलत इस्तेमाल
बीजेपी ने इस मामले को गंभीरता से उठाया और इसे दिल्ली के उपराज्यपाल और केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सामने रखा। बीजेपी के नेताओं ने कहा कि AAP ने सत्ता से बाहर जाते समय सरकारी संपत्ति को निजी उपयोग में ले लिया। उनका कहना था कि यह हैंडल सरकारी कामकाज के लिए था और इसे किसी पार्टी के निजी प्रचार के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
AAP का जवाब: राजनीतिक षड्यंत्र
आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के आरोपों को खारिज कर दिया और इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया। AAP ने कहा कि चुनाव हारने के बाद अकाउंट का नाम बदलना आम बात है। उन्होंने कहा कि यह हैंडल उनके नियंत्रण में था और इसे निजी उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया था।
लेकिन सवाल यह है कि अरविंद केजरीवाल के पास पहले से ही उनका निजी X हैंडल और AAP का आधिकारिक हैंडल मौजूद है। फिर सरकारी हैंडल का नाम बदलने की क्या जरूरत थी?
X प्लेटफॉर्म का फैसला
X प्लेटफॉर्म ने इस मामले की जांच की और अंत में @CMODelhi हैंडल को दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक हैंडल के रूप में मान्यता दे दी। अब यह हैंडल मुख्यमंत्री कार्यालय के नियंत्रण में है और यहां से सरकारी जानकारी साझा की जाएगी।