बॉलीवुड की सबसे आइकॉनिक फिल्म
“जा सिमरन जा, जिंदगी…” यह डायलॉग सुनते ही हमारे दिमाग में वही पीले सरसों के खेत, काली जैकेट में राज और सफेद कुर्ती में सिमरन की तस्वीर उभर आती है। यह फिल्म है दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (DDLJ), जिसने न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि भारतीय सिनेमा को ही बदल कर रख दिया। 20 अक्टूबर 1995 को रिलीज हुई यह फिल्म आज भी हमारे दिलों में जिंदा है। और अब इसकी 30वीं सालगिरह पर ब्रिटिश रेलवे ने एक खास सरप्राइज प्लान किया है।
ब्रिटिश रेलवे का सरप्राइज
ब्रिटिश रेलवे 2025 में अपने 200 साल पूरे होने का जश्न मनाने की तैयारी कर रहा है। इसी कड़ी में उन्होंने DDLJ के 30 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए यशराज फिल्म्स के साथ एक खास कोलैबोरेशन की घोषणा की है। यह पहल इसलिए भी खास है क्योंकि DDLJ की शूटिंग का एक बड़ा हिस्सा ब्रिटेन में शूट हुआ था। फिल्म का सबसे यादगार सीन किंग्स क्रॉस रेलवे स्टेशन पर फिल्माया गया था, जहां राज और सिमरन पहली बार मिलते हैं।
DDLJ का म्यूजिकल एडाप्टेशन
यशराज फिल्म्स ने DDLJ के 30 साल पूरे होने पर एक और बड़ी घोषणा की है। वे फिल्म का म्यूजिकल एडाप्टेशन “कम फॉल इन लव: द DDLJ म्यूजिकल” लेकर आ रहे हैं। यह म्यूजिकल 29 मई 2025 को मैनचेस्टर ओपेरा हाउस में प्रीमियर होगा और 21 जून 2025 तक चलेगा। इसमें फिल्म की प्यार भरी कहानी को एक नए अंदाज में पेश किया जाएगा। इस म्यूजिकल में सिमरन नाम की एक ब्रिटिश-भारतीय लड़की की कहानी दिखाई जाएगी, जो भारत में शादी करने वाली होती है, लेकिन उसे रोजर नाम के एक ब्रिटिश लड़के से प्यार हो जाता है।
DDLJ से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- टॉम क्रूज को हीरो बनाना चाहते थे अदित्य चोपड़ा
डायरेक्टर अदित्य चोपड़ा शुरू में इस फिल्म में हॉलीवुड स्टार टॉम क्रूज को कास्ट करना चाहते थे। फिल्म का पहला टाइटल भी “द ब्रेवहर्ट विल टेक द ब्राइड” रखा गया था। लेकिन यश चोपड़ा ने अदित्य को समझाया और फिर शाहरुख खान को हीरो बनाया गया। - शाहरुख खान ने 4 मीटिंग्स के बाद माना रोल
शाहरुख खान को यह रोल स्वीकार करने के लिए 4 मीटिंग्स करनी पड़ी। अगर वह नहीं मानते तो अदित्य की अगली पसंद सैफ अली खान थे। - फिल्म का टाइटल किरण खेर ने सुझाया
फिल्म का फाइनल टाइटल “दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे” किरण खेर ने सुझाया था। हालांकि, शाहरुख खान इस टाइटल से खुश नहीं थे। - शाहरुख की फेमस लेदर जैकेट
फिल्म में शाहरुख खान ने जो फेमस लेदर जैकेट पहनी थी, वह उदय चोपड़ा ने कैलिफोर्निया के एक शोरूम से 400 डॉलर में खरीदी थी। - तुझे देखा तो ये जाना सनम का सरसों का खेत
फिल्म का सुपरहिट गाना “तुझे देखा तो ये जाना सनम” गुड़गांव के सरसों के खेतों में शूट हुआ था। - राज का नाम राज कपूर से प्रेरित
फिल्म में शाहरुख का नाम राज रखा गया था, जो शोमैन राज कपूर से प्रेरित था। - मराठा मंदिर सिनेमा हॉल
मुंबई का मराठा मंदिर सिनेमा हॉल वह जगह है जहां DDLJ लगातार 27 साल तक चली। इसने फिल्म को और भी ज्यादा आइकॉनिक बना दिया।
क्यों है DDLJ आज भी यादगार?
DDLJ ने न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि भारतीय समाज पर भी गहरा प्रभाव छोड़ा। इस फिल्म ने प्यार, परिवार और संस्कृति के बीच के संबंध को बहुत खूबसूरती से दिखाया। आज भी जब कोई बच्चा पहली बार गिटार पकड़ता है, तो उसकी पहली धुन DDLJ के गाने की होती है। यह फिल्म न सिर्फ एक कहानी है, बल्कि एक भावना है जो हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेगी।
तो क्या आपको भी DDLJ से जुड़ी कोई यादगार बात याद है? कमेंट करके हमें जरूर बताएं!