Home Featured News Sonam Raghuvanshi ने व्रत के दिन ली अपने पति की जान?

Sonam Raghuvanshi ने व्रत के दिन ली अपने पति की जान?

Sonam ने प्रेमी से मिलकर पति Raja Raghuvanshi का काम तमाम किया?

By ION Bharat Desk
Sonam Raghuvanshi

हाईलाइट्स

  • सोनम ने पैसे देकर पति को लगवाया ठिकाने ?
  • पति के सामने खड़ी सोनम ने बदमाशों से कहा
  • राजा को ठिकाने लगाओ, 20 लाख रुपये दूंगी ?
  • पति पर किराए के गुंडे करते रहे ताबड़तोड़ वार!
  • घायल पति को खाई में धक्का देने में की मदद!

मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है

ये आंख रोने की शिद्दत से लाल थोड़ी है

मज़ा तो तब है कि हम हारकर भी हंसते रहे

हमेशा जीत ही जाना कमाल थोड़ी है…

राजा रघुवंशी (Sonam Raghuvanshi) की जान ने शायद यही कहा होगा आख़िरी वक्त में जब उसकी पत्नी सोनम अपने किराये के गुंडों के साथ मिलकर ज़ख्मी पति को पहाड़ से खाई में धक्का दे रही थी। बताया जा रहा है कि- राजा शादी के बाद पत्नी सोनम के साथ हनीमून मनाने के लिए श्रीलंका जाने वाला था। लेकिन मोहब्बत के ख़ौफ़नाक अंजाम की कहानी बुन चुकी पत्नी सोनम के कहने पर उसने पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय में अपना हनीमूम मनाने का फैसला किया। जहां पहाड़ी की चोटी पर पति राजा अपनी पत्नी सोनम के साथ अपने प्यार को परवाज़ देने के हसीन सपने बुन रहा था। उसी वक्त सोनम की पहले से लिखी स्क्रिप्ट में शामिल हुए उसके गुंडों ने राजा पर पीछे से वार किया। जब पहली चोट पड़ते ही राजा लड़खड़ा गया। उसके बाद गुंडों ने सामने से भी वार कर शुरू कर दिया। जिस वक्त ये सबकुछ हो रहा था, सोनम वहीं सामने खड़ी थी। राजा के जिस्म से गिरते खून के एक-एक कतरे पत्नी सोनम को उसकी बेपनाह मोहब्बत के सपने को साकार करती जा रही थी। राजा अपनी जान बचाने के लिए बेसुध होने की हालत तक गुंडों का मुकाबला करता रहा लेकिन जब राजा की जान, जिस्म में बिछड़ने की आहट में छटपटा रही थी। तब राजा ज़मीन पर गिर पड़ा, उसकी पत्नी सोनम ने दोनों गुंड़ों से कहा कि- इसे उठाकर खाई में फेंक दो। लेकिन सोनम के गुंडों के जिस्म में इतनी जान नहीं थी कि वो राजा को खाई में फेंक सके। अपने गुंडों को पस्त पड़ता देख सोनम ने हाथ बंटाया और अपने पति को गुंडों के साथ मिलकर खाई में फेंक दिया। मेघालय पुलिस की डायरी कह रही है कि जिस वक्त राजा को खाई में फेंका गया उस वक्त तक उसके जिस्म में जान बाकी थी।

इंदौर के शादीशुदा कपल राजा रघुवंशी और सोनम की कहानी सोमवार को पूरी तरह से बदल गई। राजा की लाश मिलने के ठीक सात दिन बाद सोनम रघुवंशी सामने आई और यूपी के गाजीपुर में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस का कहना है कि सोनम ने सुपारी देकर हत्यारों को हायर किया और अपने पति राजा की हत्या की साजिश रची। इस साजिश में उसका प्रेमी राज कुशवाहा भी शामिल था। अभी तक सोनम को पीड़ित समझा जा रहा था लेकिन अब वही इस पूरी साजिश की असली मास्टरमाइंड निकली।

वहीं, सोनम के पिता ने कॉन्ट्रैक्ट किलिंग के आरोपों को गलत बताया और दावा किया कि उनकी बेटी निर्दोष है। उनका कहना है कि सोनम को फंसाया जा रहा है, दूसरी तरफ राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने दावा किया है कि सोनम ने सरेंडर नहीं किया, बल्कि परिवार ने कॉल आने के बाद पुलिस को उसकी खबर दी थी। अचानक बदली इन घटनाओं ने मामले को किसी थ्रिलर फिल्म जैसा बना दिया है। इस बीच एक और हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राजा रघुवंशी की हत्या उनकी पत्नी सोनम के सामने ही हुई थी। रिपोर्ट में मेघालय पुलिस के हवाले से बताया गया है कि राजा रघुवंशी की हत्या की ये पूरी स्क्रिप्ट सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा ने मिलकर रची थी। प्लान ऐसा था कि किसी को भनक तक ना लगे कि ये काम उन दोनों ने किया है।

11 मई को जब सोनम और राजा की शादी हुई तो दोनों परिवार खुश थे। किसी को एहसास नहीं था कि ये खुशियां बहुत जल्द मातम में बदलने वाली हैं। सोनम का व्यवहार ऐसा था, जैसे वो इस परिवार को वर्षों से जानती है। अपने ऊपर शक करने की उसने कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी। घर से जैसे ही शादी के मेहमान विदा हुए सोनम ने पांच दिन बाद राजा को मारने का प्लान बना लिया। प्लान के मुताबिक, राज इंदौर में ही रहा। सोनम, विशाल, आकाश और आनंद शिलॉन्ग गए। सोनम ने सबको अलग-अलग और अपने होम स्टे से दूर रुकने के लिए कहा इसलिए, आरोपी शिलॉन्ग में सोनम और राजा के होम स्टे से लगभग 1 किलोमीटर दूर एक होटल में रुके थे। सोनम के पास इन सभी आरोपियों के फोन नंबर थे। पुलिस का कहना है कि सोनम जहां भी जाती थी, वह आरोपियों को अपनी लोकेशन भेजती थी। इससे आरोपियों को राजा तक पहुंचने में मदद मिली। 23 मई को सोनम राजा को पहाड़ी इलाके कोरसा में ले गई। उसने फोटो शूट का बहाना बनाया था, रास्ते में तीन और लोग राजा से मिले। वे सब साथ में चलने लगे। आरोपियों ने मेघालय पुलिस को बताया कि इस दौरान सोनम थकने का नाटक कर रही थी और धीरे-धीरे पीछे रह गई।

पहाड़ी पर चढ़ते-चढ़ते आरोपी भी थक गए और राजा की हत्या करने से मना किया। सोनम को लगा कि उसका प्लान फेल हो रहा है। ऐसे में उसने आरोपियों से कहा कि उन्हें राजा को मारना ही होगा, बदले में वह 20 लाख रुपए देगी। उसने राजा के पर्स से निकाले हुए 15 हजार रुपए भी उन्हें दे दिए, फिर एक सुनसान जगह पर उसने अचानक चिल्लाकर कहा मार दो इसे। राजा रघुवंशी की हत्या में चार लोग शामिल थे। इनमें से विशाल चौहान ने राजा पर पीछे से हमला किया। उस वक्त सोनम भी वहीं मौजूद थी। इस दौरान दूसरा आरोपी आकाश राजपूत किराए की बाइक से आसपास नजर रखे हुए था। राजा ने आरोपियों का मुकाबला भी करने की कोशिश की लेकिन वह बुरी तरह घायल हो चुके थे। खाई में फेंकने से पहले तक राजा की सांसें चल रही थीं। आरोपियों ने जब राजा को खाई में फेंकने की कोशिश की, तो सोनम भी उनकी मदद के लिए आ गई और उसने खुद अपने पति को धक्का दिया। सबकुछ प्लान के मुताबिक होने के बाद सोनम शिलॉन्ग से गुवाहाटी चली गई और फिर ट्रेन से यूपी के लिए रवाना हो गई। पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने राजा को मारने के लिए जिस हथियार का इस्तेमाल किया, वह ‘डाव’ था। ‘डाव’ का मतलब है एक छोटी कुल्हाड़ी होती है, जिसे उन्होंने इसे गुवाहाटी से ऑनलाइन खरीदा था।

कहते हैं कि- अपराधी चाहे कितना भी शातिर हो, एक ना एक दिन कानूनी शिकंजे में फंसते जरूर हैं। ये बात शायद बेवफा सोनम भूल चुकी थी, अब बारी अपने किए की सज़ा भुगतने की है।

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