हर साल Cannes Film Festival का रेड कार्पेट ग्लैमर, डिज़ाइनर आउटफिट्स और सेलिब्रिटी अपीयरेंस का गढ़ होता है। लेकिन इस साल कुछ अलग हुआ इस बार सिर्फ ग्लैमर नहीं, एक गहरा संदेश भी था। जब Aishwarya Rai Bachchan Cannes 2025 के red carpet पर उतरीं, तो कैमरों के शटर थम गए, दिलों की धड़कनें रुक गईं, और एक देश की आत्मा दुनिया के सामने खड़ी थी।
मांग में सिंदूर, गले में मोतियों की माला, और सफेद बनारसी साड़ी में लिपटी ऐश्वर्या का यह लुक केवल एक फैशन स्टेटमेंट नहीं था। यह एक बयान था—शांत लेकिन शक्तिशाली। चेहरे पर गरिमा, आंखों में आत्मविश्वास, और चाल में वही ठहराव, जो सिर्फ एक नारी नहीं, एक राष्ट्र की बेटी में दिखता है। ऐश्वर्या का यह रूप ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का एक इंटरनेशनल रिप्रेजेंटेशन बन गया भारत की परंपरा, त्याग और शक्ति का प्रतीक।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ एक भावनात्मक और साहसिक अभियान है, जिसे भारत सरकार ने पुलवामा जैसे आतंकी हमलों में शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं के सम्मान में आरंभ किया था। यह सिंदूर सिर्फ एक श्रृंगार नहीं, बल्कि उस त्याग और तपस्या का प्रतीक बन चुका है जो उन महिलाओं ने सहा है जिनके पति देश के लिए शहीद हो गए। ऐश्वर्या राय बच्चन ने जब यह सिंदूर इंटरनेशनल मंच पर अपनी मांग में सजाया, तो यह फैशन से आगे जाकर देशभक्ति की एक गूंज बन गई।
एक लुक, जो इतिहास में दर्ज हो गया
कई सालों से ऐश्वर्या Cannes में अपने फैशन सेंस से सुर्खियां बटोरती रही हैं—गाउन, फ्रिल्स, और वेस्टर्न स्टाइल्स में उनका जलवा हर बार कुछ नया लेकर आता है। लेकिन 2025 का यह लुक एकदम अलग था। यह सिर्फ एक परिधान नहीं था, यह भारत की संस्कृति और शक्ति का प्रदर्शन था। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर लोग सिर्फ उनकी साड़ी या जूलरी की नहीं, बल्कि उस सिंदूर की चर्चा कर रहे थे जो गर्व, गरिमा और गहराई के साथ चमक रहा था।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
एक यूजर ने लिखा, “ऐश्वर्या राय ने दिखा दिया कि देशभक्ति सिर्फ भाषणों से नहीं, एक चुप सिंदूर से भी ज़ाहिर हो सकती है।” एक अन्य ने कहा, “जब सेलेब्स फैशन से आगे बढ़कर अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, तभी असली ग्लोबल इम्पैक्ट बनता है।” किसी ने तो यहाँ तक कह दिया कि, “Cannes में सब दिखते हैं, पर ऐश्वर्या छा जाती हैं।”
और उन अफवाहों का क्या, जो ऐश्वर्या के निजी जीवन पर सवाल उठा रही थीं? इस एक लुक ने उन सभी अटकलों को खामोशी से, लेकिन तीखे अंदाज़ में जवाब दे दिया—मांग में सिंदूर था, आंखों में आत्मविश्वास, और चेहरा शांत था।
एक अभिनेत्री नहीं, एक प्रेरणा
Cannes 2025 में ऐश्वर्या राय बच्चन सिर्फ एक फिल्मी सितारा नहीं थीं। वह भारत की बेटी बनकर आई थीं—ऐसी बेटी जो अपनी संस्कृति को गर्व से पहनती है, और बिना कुछ कहे बहुत कुछ कह जाती है। जब एक महिला इंटरनेशनल मंच पर अपने रिश्तों, परंपराओं और देश को सम्मान देती है, तो वह सिर्फ एक सेलेब्रिटी नहीं रह जाती वह बन जाती है एक प्रेरणा, एक आवाज़, और एक प्रतीक।
रेड कार्पेट पर इस बार केवल फैशन नहीं था एक मिशन था। ऐश्वर्या ने साबित कर दिया कि भारतीय नारी सिर्फ सुंदरता की नहीं, शक्ति और गरिमा की भी प्रतीक है। Cannes के ग्लैमर में जब ऑपरेशन सिंदूर की गूंज सुनाई दी, तो लगा जैसे चुप्पी ने भी गरजना सीख लिया हो।