भारतीय शेयर बाजार इन दिनों भारी गिरावट का सामना कर रहा है। पिछले पांच महीनों में सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार गिरावट दर्ज की गई है। यह स्थिति 1996 के बाद पहली बार देखने को मिली है, जब बाजार में लगातार पांच महीने तक गिरावट आई हो। इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं, जिनमें अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों ही कारक शामिल हैं। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों गिर रहा है शेयर बाजार और निवेशकों को क्या करना चाहिए।
बाजार में गिरावट के कारण
- अंतरराष्ट्रीय कारण:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में चीन, मैक्सिको और कनाडा पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की है। यह टैरिफ 4 मार्च से लागू होगा। इससे पहले भी चीन पर 10% टैरिफ लगाया जा चुका है। ट्रम्प के इन कदमों से वैश्विक बाजारों में डर का माहौल बना हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे ट्रेड वार का खतरा बढ़ सकता है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय है। - घरेलू कारण:
भारत में भी कई ऐसे कारक हैं, जो बाजार की गिरावट के लिए जिम्मेदार हैं। अक्टूबर 2024 में खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के कारण रिटेल महंगाई 6.21% तक पहुंच गई थी, जो 14 महीनों का उच्चतम स्तर था। हालांकि, जनवरी 2025 में यह घटकर 4.31% पर आ गई, लेकिन यह कमी निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए पर्याप्त नहीं है।इसके अलावा, भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर भी धीमी हो गई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ रेट 6.4% रहने का अनुमान है, जो पिछले चार साल का सबसे निचला स्तर है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के खराब प्रदर्शन ने भी इस गिरावट में योगदान दिया है।
निवेशकों के लिए सलाह
शेयर बाजार में गिरावट के इस दौर में निवेशकों के लिए धैर्य बनाए रखना बहुत जरूरी है। अमेरिका और यूरोप में हुई कई अकादमिक स्टडीज से पता चलता है कि जब बाजार में गिरावट आती है, तो उसके बाद तेजी से रिकवरी भी होती है। यानी, जब बाजार में डर का माहौल होता है, तब निवेश करना सबसे अच्छा समय होता है।
- पहले से निवेश करने वालों के लिए:
जो निवेशक पहले से ही बाजार में निवेश कर चुके हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें अपने निवेश में बने रहना चाहिए और धैर्य के साथ रिटर्न का इंतजार करना चाहिए। - नए निवेशकों के लिए:
जो लोग नया निवेश करना चाहते हैं, उन्हें थोड़ा-थोड़ा करके निवेश करना चाहिए। इस तरह से वे बाजार की गिरावट का फायदा उठा सकते हैं और भविष्य में अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं।
शेयर बाजार में गिरावट एक सामान्य प्रक्रिया है। इतिहास गवाह है कि हर गिरावट के बाद बाजार में तेजी आई है। ऐसे में निवेशकों को घबराने की बजाय धैर्य के साथ निवेश जारी रखना चाहिए। यह समय बाजार में डटे रहने और सही रणनीति के साथ निवेश करने का है।