प्रेमानंद महाराज से मिलने के लिए हर रोज बड़ी संख्या में भक्त वृंदावन पहुंचते हैं. हाल ही में टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा महाराज का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे. विराट इससे पहले भी प्रेमानंद महाराज के दर्शन कर चुके हैं. सोशल मीडिया पर भी प्रेमानंद महाराज की लंबी-चौड़ी फॉलोइंग है. लोग उनकी बातों को ध्यान से सुनते हैं और उसे जीवन में उतारने की कोशिश करते हैं. यदि आप वृंदावन जाकर महाराज के दर्शन करना चाहते हैं, तो हम आपको यहां पूरी प्रक्रिया समझाने जा रहे हैं.
3 किमी पैदल यात्रा
प्रेमानंद जी महाराज का आश्रम वृंदावन में इस्कॉन मंदिर के पास परिक्रमा रोड पर स्थित है. महाराज रोजाना रात करीब 2:30 बजे अपने आवास से राधाकेली आश्रम तक पैदल ही चलकर आते हैं. इस दौरान, उनकी एक झलक पाने को भक्तों की भीड़ लगी रहती है. प्रेमानंद महाराज जब अपने आश्रम के लिए निकलते हैं, तो उनकी सुरक्षा व्यवस्था की भी जिम्मेदारी भक्त और स्थानीय पुलिस के कन्धों पर होती है. महाराज करीब 3 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हैं. वह रात में इसलिए निकलते हैं, ताकि किसी को परेशानी का सामना न करना पड़े.
सुबह मिलते हैं टोकन
यदि आप प्रेमानंद महाराज से मिलना चाहते हैं, तो आपको टोकन प्राप्त करना होगा. महाराज के आश्रम में हर दिन सुबह 9:30 बजे उनके शिष्यों की तरफ से टोकन बांटे जाते हैं. इस टोकन की मदद से अगले दिन महाराज के दर्शन किए जा सकते हैं. अगर आपको महाराज से एकांत वार्ता करनी है, तो इसका टोकन अलग से लेना होता है. टोकन प्राप्त करने के बाद, अगले दिन सुबह 6:30 बजे आश्रम आना होगा. यहां महाराज से करीब एक घंटे तक बात कर सकते हैं.
आधार कार्ड है ज़रूरी
एक बात जो ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है वो ये है कि आपको आधार कार्ड लेकर आना होगा. टोकन के समय आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य है. यदि आप आधार कार्ड लेकर नहीं आते हैं, तो टोकन मिलने में परेशानी हो सकती है. कभी-कभी भीड़ अधिक होने पर दर्शन और एकांत वार्ता के लिए भक्तों को दो से तीन दिन का इंतजार भी करना पड़ सकता है. महाराज के दर्शन के लिए आपको अपना मोबाइल फोन आश्रम में जमा करना होगा. मोबाइल के साथ अंदर जाने की इजाजत नहीं है.