सोमवार को रॉकेट की स्पीड से दौड़ने वाला शेयर बाजार मंगलवार को दबाव में दिखाई दिया. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी शुरुआत से ही कमजोर नजर आ रहे थे और चढ़ते दिन के साथ कमजोरी बढ़ती गई. कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स 1,281.68 अंक और निफ्टी 346.35 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुए.
ऐसा रहा मार्केट का हाल
बाजार में आज अधिकांश शेयर लाल निशान पर बंद हुए. निफ्टी आईटी इंडेक्स 2%से अधिक टूटा. इसी तरह, ऑटो इंडेक्स और मेटल सहित अधिकांश इंडेक्स भी दबाव में दिखाई दिए. BSE पर लिस्टेड कंपनियों में सन फार्मा, अडानी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस, SBI और टेक महिंद्रा मामूली बढ़त हासिल करने में कामयाब रहे. इंफोसिस में सबसे ज्यादा गिरावट आई. रिलायंस, नेस्ले, एशियन पेंट्स और मारुति जैसे हैवीवेट शेयर भी आज की गिरावट में लाल हो गए.

इस वजह से आई गिरावट
आज की गिरावट के कारण की बात करें, तो इसमें मुनाफावसूली का अहम योगदान रहा. सोमवार को बाजार ने अच्छी-खासी बढ़त हासिल की थी. सेंसेक्स करीब 3000 और सेंसेक्स 900 अंकों से अधिक चढ़ गए थे. ऐसे में निवेशकों ने आज प्रॉफिट बुक करने के लिए बिकवाली की, जिससे बाजार नीचे आ गया. एक्सपर्ट्स का कहना है कि मार्केट के एकदम से रॉकेट बनने पर मुनाफावसूली की उम्मीद रहती है, यह सामान्य है. इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों में तेजी सहित हैवीवेट शेयरों में नरमी से भी बाजार को मूड खराब हो गया.
अब आगे क्या?
मार्केट एनालिस्ट का कहना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव आगे भी देखने को मिल सकता है. निवेशक ग्लोबल घटनाओं के साथ ही घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर नजर रख रहे हैं. उम्मीद है कि विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) भारत में निवेश जारी रखेंगे, क्योंकि भारत-पाकिस्तान के बीच अब युद्ध जैसी स्थिति नहीं हैं. अगर FII निवेश को बढ़ावा देना जारी रखते हैं, तो मार्केट में तेजी देखने को मिल सकती है.