Home National News ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी पर राहुल गांधी की ऐसी बॉडी लैंग्वेज, सवाल तो खड़े होंगे!

ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी पर राहुल गांधी की ऐसी बॉडी लैंग्वेज, सवाल तो खड़े होंगे!

by ION Bharat

एक तरफ जहां पूरा देश ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी के जश्न में डूबा है. वहीं, राहुल गांधी की बॉडी लैंग्वेज पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि क्या उस देश में विपक्ष की बॉडी लैंग्वेज ऐसी हो सकती है जिसने अभी-अभी अपने दुश्मन को धूल चटाई है? क्या भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे कोई पर्सनल भड़ास छिपाने की कोशिश कर रहे हैं, जो बॉडी लैंग्वेज से सामने आ रही है? क्या ये समय हमारी सेना के पराक्रम का गुणगान मुस्कुराते हुए करने का नहीं है? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो लगातार सोशल मीडिया पर उठाए जा रहे हैं. लोगों का ये भी कहना है कि क्या कांग्रेस को इस बात का डर है कि इस लोकसभा चुनाव में उसने लोगों के बीच जो थोड़ी जगह बनाई थी, ऑपरेशन सिंदूर से वो जगह भी अब ध्वस्त हो गई है.

22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के कई ठिकानों पर हमला किया. इसके बाद कांग्रेस समेत देश की तमाम पार्टियों ने सेना की तारीफ की. इस हमले के बाद कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) की एक बैठक हुई, जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक के बाद कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने एक प्रेस कांफ्रेंस की, इसमें राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे भी शामिल थे. इस दौरान, लोगों ने पाया कि कांग्रेस नेताओं की आवाज में जो खनक और तेवर अक्सर देखने को मिलते हैं वो गायब थे.

मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी बिल्कुल ढीले अंदाज में अपनी बात कह रहे थे. इससे पहले, मल्लिकार्जुन खरगे कुछ ऐसा कह गए, जिससे कांग्रेस की एक बार फिर फजीहत हो गई . दरअसल, रांची में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि पीएम को जम्मू-कश्मीर में संभावित हमले के बारे में पहले से पता था. उन्‍होंने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि हमले से 3 दिन पहले ही पीएम मोदी को एक खुफिया रिपोर्ट भेजी गई थी और इसलिए उन्होंने कश्मीर जाने का अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया. मैंने यह एक अखबार में भी पढ़ा है. बीजेपी ने खरगे के बयान के बाद उनपर जमकर निशाना साधा. इस बयान के बाद कांग्रेस खुद कटघरे में नजर आ रही है, क्योंकि ऐसे संवेदनशील माहौल में इस तरीके के बेबुनियाद आक्षेप लगाना क्या सही है?

क्या मल्लिकार्जुन खरगे कहना चाहते हैं कि PM को हमले की भनक थी, फिर भी उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया? कांग्रेस पार्टी जो अब बार-बार ये बोल रही है कि ये हमारी सेना का पराक्रम है…ये हमारी सेना का शौर्य है…तो उससे सीधा सवाल ये है कि क्या 26/11 हमले के समय सेना सक्षम नहीं थी? क्या हमारी सेना उस समय कमज़ोर थी? नहीं, हमारी सेना तब भी पराक्रमी थी और आज भी पराक्रमी है. फर्क सिर्फ इतना है कि उस वक़्त हमारी सेना के पराक्रम को बल देने के लिए वैसी सरकार नहीं हुआ करती थी. कड़े निर्णय लेने में सरकार के पैर कांप जाते थे. इससे पहले भी कई बार कांग्रेस, उसके नेता सरकार और सेना की कार्रवाई पर सवाल उठा चुके हैं. कांग्रेस के सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े किये थे. इसके अलावा जब भारत ने पाकिस्तान पर पठानकोट एयर स्ट्राइक की थी तो पाकिस्तान की भाषा बोलते हुए कांग्रेस नेताओं को सुना गया था।

You may also like

Copyright ©️ | Atharvi Multimedia Productions Pvt. Ltd. All Rights Reserved