शीला दीक्षित के काम को याद करती दिल्ली
दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी (AAP) ने जब पहली बार दस्तक दी, तो उसने भ्रष्टाचार मुक्त शहर और जनता के लिए बेहतर सुविधाओं का सपना दिखाया। लेकिन आज हालात यह हैं कि AAP के वादे धरे के धरे रह गए हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के काम को दिल्ली वाले आज भी याद करते हैं। शीला जी ने दिल्ली को एक आधुनिक शहर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए, लेकिन AAP के नेतृत्व में दिल्ली की तस्वीर बदलने के बजाय, केजरीवाल और उनकी टीम सत्ता और पैसे के नशे में इस कदर डूब गए कि आम जनता की आवाज़ सुनाई देना बंद हो गई।
अरविंद केजरीवाल ने जब राजनीति में कदम रखा, तो उन्होंने भ्रष्टाचार को खत्म करने और आम आदमी के लिए बेहतर शासन का वादा किया था। लेकिन आज उनकी सरकार पर खुद भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। केजरीवाल ने जिन लोगों को भ्रष्ट बताया था, आज वही उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हालत ऐसी है कि खुद तो डूबे ही, अपने साथ अपने चेले आतिशी, मनीष सिसोदिया को भी ले डूबे।
एग्जिट पोल्स ने दिए BJP को बड़े संकेत, AAP को लग सकता है झटका
दिल्ली की सत्ता अगले पांच सालों के लिए किसके हाथों में होगी, इसका फैसला जनता ने कर दिया है। ज्यादातर एग्जिट पोल्स में भाजपा को बहुमत मिलता दिख रहा है। सर्वे के मुताबिक, AAP को इस चुनाव में बड़ा झटका लग सकता है और भाजपा 27 साल के सूखे को खत्म कर वापसी कर सकती है। अनुमान यह भी है कि AAP के दिग्गज नेता, जिनमें अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, आतिशी और सौरभ भारद्वाज शामिल हैं, अपनी सीटें नहीं बचा पाएंगे।
चुनाव से पहले ही शुरू हो गया था AAP का रोना-धोना
चुनाव से काफी दिनों पहले ही AAP की हड़बड़ाहट दिखने लगी थी। केजरीवाल ने अपनी सीट को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की। उन्होंने BJP पर वोट काटने, पैसे बांटने और EVM में गड़बड़ी करने के आरोप लगाए। जब दाल नहीं गली, तो उन्होंने दिल्ली की महिलाओं से कहा, “थोड़ा जोर लगा दो, BJP वाले EVM में 10% गड़बड़ी करेंगे, इसलिए हमें 5% की लीड देना।”
चुनाव के दिन आते-आते AAP का रोना-धोना और बढ़ गया। मनीष सिसोदिया ने BJP पर पैसे बांटने का आरोप लगाया, वहीं आतिशी ने दावा किया कि चुनाव से पहले वोटरों की उंगलियों पर स्याही लगाई जा रही है, ताकि उन्हें वोट देने से रोका जा सके। हालांकि, उनके इस दावे को सोशल मीडिया पर ही खारिज कर दिया गया।
दिल्ली पुलिस पर लगे आरोप, लेकिन हकीकत कुछ और
AAP ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया कि वह BJP को चुनाव जिताने के लिए पोलिंग स्टेशन से 200 मीटर पहले ही बैरिकेडिंग कर रही है, ताकि लोग वोट न डाल सकें। इसके अलावा, AAP ने यह भी पूछा कि कोई विकलांग व्यक्ति कैसे वोट डालेगा। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने चुनाव आयोग की गाइडलाइन्स दिखाकर इन आरोपों को खारिज कर दिया। गाइडलाइन्स के मुताबिक, किसी भी प्राइवेट वाहन को पोलिंग स्टेशन के 200 मीटर के दायरे में अनुमति नहीं है, और विकलांग लोगों के लिए घर पर ही वोट डालने की सुविधा उपलब्ध है।
सौरभ भारद्वाज: AAP का आखिरी होप, लेकिन क्या यह बचा पाएंगे दम?
AAP के नेताओं में सौरभ भारद्वाज एक लोकप्रिय चेहरा हैं। बाकी नेता भले ही हार जाएं, लेकिन सौरभ के जीतने की उम्मीद है। अगर वह जीतते हैं, तो AAP के लिए यह एक राहत की खबर होगी। लेकिन अगर वह हारते हैं, तो AAP का रोना-धोना जारी रहेगा। 8 तारीख के बाद भी AAP के नेता चुप नहीं बैठेंगे और चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते रहेंगे।